meta ortho para position Group In Hindi 69 right Now
Kumar SantoshPosted on Posted in BSC I YEARNo CommentsTagged with Meta (मेटा), meta ortho para, Ortho (ऑर्थो), ortho meta para positions, ortho para directing groups, ortho para meta position in benzene ring, Para (पैरा), para meta positions, what is ortho position
meta ortho para position Group In Hindi.बेंजीन की ओर्थो,पैरा और मेटा पोजीशन पर कोनसा इलेक्ट्रो फाइल समूह आकर ऐड होगा. इसका निर्धारण करने वाले समूह को directing group कहते है.अगर इलेक्ट्रो फाइल समूह बेंजीन की और ortho para पोजीशन पर ऐड होता है. तो उसे ortho para directing group कहते है.और यदि मेटा पोजीशन पर ऐड होता है. तो उसे meta directing group कहते है.इस प्रकार से इस ब्लॉग में हमने देखा की Ortho Para And Meta Directing Group In Hindi.और भी कुछ स्पेशल उदाहरण बीच-बीच में ऐड करता रहूँगा.आप की कोई इस से रिलेटेड प्रॉब्लम हो तो मेसेज बॉक्स के थ्रू सेंड कर सकते है.इसे शेयर करें फ्रेंड्स और फॅमिली केस साथ में और भी इम्पोर्टेंट टॉपिक आपके साथ शेयर करता रहूँगा.
meta ortho para position Group In Hindi
सबसे पहले यह मालूम होना चाहिए की बेंजीन में ओर्थो ,मेटा और पैरा पोजीशन क्या होती है.जो इस प्रकार है:-ortho, para meta positions
ortho, meta, para meaning:-meta ortho para position Group In Hindi
स्ट्रक्चर से स्पस्ट है की बेंजीन में 2 नंबर की पोजीशन को ओर्थो कहते है .3 नंबर की पोजीशन मेटा कहलाती है.और 4 नंबर की पैरा कहलाती है.What are ortho para directors?
बेंजीन से जुड़े कुछ ग्रुप इलेक्ट्रान आकर्षित करने वाले होते और कुछ ग्रुप इलेक्ट्रान प्रतिकर्षण करने वाले होते है.ऐसे कुछ ग्रुप इस प्रकार है:ortho, para directing groups list/ para meta ortho
directing groups list
- इलेक्ट्रान आकर्षित ग्रुप- NO2, -NR3+, -NH3+, -SO3H, -CN, -CO2H, -CO2R, -COH, -X (Halogens)
- इलेक्ट्रान प्रतिकर्षण ग्रुप--O–, -NR2, -NH2, -OH, -OR, -R,-CH3
टोलुइन में ओर्थो पैरा निदेशक समूह का स्पष्टीकरण/ortho, meta para position stability
यह उदाहरण में टोलुइन पर मिथाइल समूह लगा है.जो इलेक्ट्रान प्रतिकर्षण ग्रुप है जो इलेक्ट्रान को बेंजीन रिंग की और शिफ्ट करता है.जिससे बेंजीन की ओर्थो पोजीशन पर इलेक्ट्रान घनत्व(नेगेटिव चार्ज ) बड जाता है.जो अनुनाद के द्वारा ओर्थो पैरा और ओर्थो पोजीशन पर इलेक्ट्रान घनत्व बड़ा देता (चित्र से स्पस्ट ).ऐसी कंडीशन में आने वाला इलेक्ट्रो फाइल ओर्थो और पैरा पोजीशन पर जुड़ कर प्रोडक्ट में परिवर्तित होता है.अर्थात मुख्या रूप से ओर्थो और पैरा प्रोडक्ट देता है.सक्रियकारी समूह :
उपर दी रिएक्शन से क्लियर है की CH3 समूह से इलेक्ट्रान की शिफ्टिंग बेंजीन रिंग तरफ हो रही है.और ओर्थो पैरा और ओर्थो पर इलेक्ट्रान घनत्व बड जाता है.कुल मिलाकर पूरी बेंजीन रिंग पर इलेक्ट्रान डेंसिटी बड जाने के कारन यह बेंजीन रिंग सक्रिय हो जाती है. और आसानी से एलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रिया करती है.इस लिए इस समूह को सक्रियकारी समूह भी कहते है.फिनॉल में ओर्थो पैरा निदेशक समूह का स्पष्टीकरण:-meta ortho para position Group In Hindi
ऐनलीन में ओर्थो पैरा निदेशक समूह का स्पष्टीकरण:
meta ortho para position in benzene/ortho meta and para position in benzene/benzene ortho meta para positions/example of a meta-directing group
Meta directors ग्रुप इलेक्ट्रान आकर्षित ग्रुप होते है.– NO2, -NR3+, -NH3+, -SO3H, -CN, -CO2H, -CO2R, -COH, -X (Halogens).बेंजीन से लगा ऐसा समूह रिंग से इलेक्ट्रान को आकर्षित करते है.जिससे इलेक्ट्रान का फ्लो बेंजीन रिंग से बाहरी समूह की तरफ हो जाता है.जिससे से रिंग की ओर्थो एंड पैरा पोजीशन पर + आवेश आ जाता है.या यु कह लीजिये इलेक्ट्रान घनत्व कम हो जाता है.इसे चित्र द्वारा समझते है.Why Nitro group is meta directing/an example of meta directing group is
मेटा निर्देशक समूह में बेंजीन रिंग से इलेक्ट्रॉन्स का फ्लो बाहरी समूह की तरफ होता है. जिसके कारण ओर्थो पोजीशन पर +चार्ज आ जाता है अनुनाद के द्वारा ओर्थो से पैरा और पैरा से फिर ओर्थो पर जाता है.जिससे बेंजीन रिंग में इलेक्ट्रान घनत्व कम हो जाता है.कुल मिलाकर बेंजीन रिंग एलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रिया के लिए असक्रिय हो जाती है.रेयर केस में मेटा पोजीशन पर इलेक्ट्रान घनत्व होता हे इस लिए NO2 जो इलेक्टो फाइल है.वो मेटा पर जुड़ जाता है.इसलिए NO2 समूह मेटा निर्देशक समूह है.What is the position of meta ortho para ?meta ortho para position Group In Hindi
ऑर्थो पैरा और मेटा की स्थिति क्या है? शब्द ऑर्थो, मेटा, और पैरा एक हाइड्रोकार्बन रिंग (बेंजीन व्युत्पन्न) पर गैर-हाइड्रोजन प्रतिस्थापन की स्थिति को इंगित करने के लिए कार्बनिक रसायन विज्ञान में उपयोग किए जाने वाले उपसर्ग हैं।Why is para position more stable?meta ortho para position Group In Hindi
जबकि पैरा-हाइड्रोजन में, प्रोटॉन परमाणु स्पिन एक दूसरे के समानांतर संरेखित होते हैं। position of ortho meta para आणविक हाइड्रोजन के इन दो रूपों को स्पिन आइसोमर भी कहा जाता है। – अब, समानांतर स्पिन व्यवस्था के कारण, पैरा हाइड्रोजन में कम ऊर्जा होती है और इस प्रकार, वे ऑर्थो हाइड्रोजन की तुलना में अधिक स्थिर होते हैं।Why is para favored over meta?
ऑर्थो और पैरा उत्पाद एक अनुनाद संरचना उत्पन्न करते हैं जो एरेनियम आयन को स्थिर करता है। यह मेटा की तुलना में ऑर्थो और पैरा उत्पाद तेजी से बनने का कारण बनता है। ortho para directing groupsआम तौर पर, स्टेरिक प्रभाव के कारण पैरा उत्पाद को प्राथमिकता दी जाती है।Which is more reactive meta ortho para position ?
एरोमेटिक रिंग से जुड़े ऑक्सीजन या नाइट्रोजन वाले समूह ऑर्थो और पैरा निर्देशक होते हैं क्योंकि O या N इलेक्ट्रॉनों को रिंग में धकेल सकते हैं, जिससे ऑर्थो और पैरा स्थिति अधिक प्रतिक्रियाशील हो जाती है.what is ortho meta para position और एरेनियम आयन का निर्माण होता है।meta para ortho यह मेटा की तुलना में ऑर्थो और पैरा उत्पाद तेजी से बनने का कारण बनता हैWhat is ortho position?
कार्बनिक रसायन विज्ञान में ऑर्थो स्थिति वह है जिसमें दो समान क्रियात्मक समूह होते हैं, जो स्थिति 1 और 2 में बेंजीन की रिंग से बंधे होते हैं। संक्षेप में O का उपयोग किया जाता है, उदाहरण के लिए,O -हाइड्रोक्विनोन 1,2-डायहाइड्रोक्सीबेन्जीन है।meta ortho p
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