ointment,ointment pharmaceutics 100% Useful
ointment,ointment pharmaceutics 100% Useful.यह विषय बीएससी फाइनल ईयर के माइनर /ओपन इलेक्टिव केमिस्ट्री के प्रैक्टिकल से सम्बंधित हैं| यहाँ चूँकि हम ointment के बारे में ब्लॉग बना रहे हैं इसलिए यहाँ अन्य ointment(table) के बारे में जानना भी जरुरी हैं|यह प्रैक्टिकल यूनिट V का second प्रैक्टिकल हैं| इसके पहले के प्रैक्टिकल की लिंक नीचे दी जा रही है,उसे देखने के लिए लिंक पर क्लिक करें |
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उद्देश्य (Object) – मलहम (Ointment) का संश्लेषण।
सिद्धान्त (Principle) –
आवश्यक मलहम की निम्न विशेषताएँ होनी चाहिए-
- संपूर्ण रूप से एक समान (Uniform) होना चाहिए। इससे कोई गठानें (Lumps) नहीं होनी चाहिए।
- इसमें किरकिरापन (Grittiness) नहीं होनी चाहिए।
methods of ointment preparation.इसे बनाने की मुख्य दो विधियाँ-
(i) fusion method of ointment preparation :–
इसमें सामग्रियों को एक साथ पिघलाया (Melt) जाता है और एकरूपता (Homogeneity) के लिए हिलाया जाता है।
संलयन विधि में सभी घटकों को उपविभाजित अवस्था में लेकर पिघलाया जाता है, पिघलाते वक्त इन्हें लगातार हिलाया जाता है, ताकि गठान (Lumps) न बनें। फिर इसे दूसरे पात्र में स्थानांतरित कर सेट किया जाता है।
उदाहरण – सरल मलहम (Simple ointment), वूल फेट (Wool fat) – 50gm कठोर पैराफिन – 50gm., सीटोस्टेराइल (Cetostearyl), ऐल्कोहॉल – 50gm., सफेद पैराफिन -850gm.
(ii) trituration method of ointment preparation
इसमें महीन उप-विभाजित (Finely sub- divided) अघुलनशील औषधियाँ और क्षार की थोड़ी-सी मात्रा मिलाकर पीसा (Grind) जाता है, इसके पश्चात् क्षार की थोड़ी और मात्रा मिलाकर तनु किया जाता है।
(i) ठोस पदार्थों को महीन पाउडर बनाकर छान लिया जाता है।
(ii) अब इसे मलहम-स्लेब (Ointment slab) में रखकर क्षार के साथ विचूर्णित (Triturated) किया जाता है। इसके लिए चौड़े ब्लेड की आवश्यकता पड़ती है।
(iii) अब तरल घटक मिलाकर बंद बोतल या पात्र में रख देते हैं।
(iii) incorporation method of ointment preparation:-
बनाने के लिए विभिन्न सामग्रियों को एक समान और होमोजीनस मिश्रण में मिलाने की तकनीक, जिसमें दवाई की विभिन्न सामग्रियों को मिलाकर ointment का तैयारी किया जाता है।
इसमें सामग्री को मिलाने के लिए मिक्सर का इस्तेमाल हो सकता है, ताकि सभी तत्व अच्छी तरह से मिल जाएं और एक समान मिश्रण बने।
यह तकनीक ointment तैयार करने के लिए प्रयोग की जाती है, जिससे एक होमोजीनस, सहजीवनीय और उपयोग में सुविधा प्रदान करने वाली ointment तैयार होती है।
(iv)levigation method of ointment preparation
यह एक तकनीक है जिसमें सामग्री को चिकना और सहजीवनीय बनाने के लिए उसे एक चिकना तेल या द्रव जैसे माध्यम में पीसा जाता है।
इस प्रक्रिया में, सामग्री को धीरे-धीरे पीसा जाता है ताकि वह सहजीवनीय हो और ointment के रूप में उपयोग के लिए तैयार हो सके।
उदाहरण-
श्वेत क्षेत्र मलहम (White field ointment), बेन्जोइक अम्ल, बारीक पाउडर = 6gm, सैलिसिलिक अम्ल (बारीक पाउडर) = 3gm, पायसीकारक 91gm. आदि ।
बेन्जोइक अम्ल और सैलिसिलिक अम्ल के पाउडर को 180 नंबर छलनी (Sieve) से छानकर, मोर्टार (Mortar) में डालकर, थोड़ी मात्रा में क्षार (Base) मिलाकर पेस्ट बनाया जाता है और चिकनी (Smooth) क्रीम बनाकर, क्षार द्वारा तनु किया जाता है।
परिणाम (Result) :—
दोनों ही विधियों द्वारा मलहम प्राप्त होता है, इन्हें वायु रोधक पात्र में स्टोर (संगृहीत) किया जाता है।
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