दिए गए कार्बनिक मिश्रण को प्रथक कर यौगिक A और B का क्रमबद्ध परिक्षण कर पहचान-2
दिए गए कार्बनिक मिश्रण को प्रथक कर यौगिक A और B का क्रमबद्ध परिक्षण कर पहचान-2.ह ब्लॉग बी.एससी.अंतिम वर्ष के chemistry प्रैक्टिकल से रिलेटेड हैं.यह5th प्रैक्टिकल हैं.इस प्रयोग में किसी कार्बनिक मिश्रण को पहले प्रथक करना हैं फिर यौगिक A और B का क्रमबद्ध परिक्षण कर पहचान करना हैं.
दिए गए कार्बनिक मिश्रण को प्रथक कर यौगिक A और B का क्रमबद्ध परिक्षण कर पहचान.
लैब में किसी कार्बनिक यौगिक की पहचान करने के लिए इसका सिलसिलेवार परिक्षण करना पड़ता हैं.इस प्रयोग में सबसे पहले कार्बनिक मिश्रण को प्रथक कर यौगिक को Aऔर B नाम दिया जाता हैं.फिर यौगिक A और B का क्रमबद्ध परिक्षण कर पहचान करना होता हैं.प्रथक करने के लिए किस साल्वेंट का उपयोग करना हैं इसका पता करने के लिए नीचे दी अवलोकन सारणी के अनुसार परिक्षण करना होता हैं.
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
1 | दिए गए कार्बनिक मिश्रण को परखनली में लेकर इसमें NaHCO3 मिलाया | कोई अवक्षेप नहीं आता | -COOH ग्रुप अनुपस्थित हैं |
2 | दिए गए कार्बनिक मिश्रण को परखनली में लेकर इसमें FeCl3 मिलाया | ब्लू,ग्रीन,रेड,रेडिश ब्राउन | फिनोलिक समूह उपस्थित |
3 | दिए गए कार्बनिक मिश्रण को परखनली में लेकर इसमें NaOH मिलाया | NH3 गैस नहीं बनती हैं. | एमाइड समूह अनुपस्थित |
उपर दिए गए अवलोकन सारणी के अनुसार कार्बनिक मिश्रण में फिनोलिक समूह उपस्थित हैं एवं विलयन में सान्द्र HCl मिलाने पर यह पुन:अवक्षेपित हो रहा हैं अत:इस कार्बनिक मिश्रण को NaOH से प्रथक करते हैं.
एक बीकर में दिया सम्पूर्ण कार्बनिक मिश्रण को लेकर इसमें NaOH मिलाते हैं और 20 से 25 मिनट तक अच्छे से हिलाते हैं.फिर इसे फ़िल्टर पेपर की सहायता से छान लेते हैं.फ़िल्टर पेपर पर बचा अवक्षेप यौगिक A कहलाता हैं और बीकर में छनने के बाद बचा विलयन यौगिक B कहलाता हैं.
फिर यौगिक A को नीचे दिए अनुसार क्रमबद्ध परिक्षण करते हैं .और A को पूर्णत:पहचानने के बाद यौगिक बी के विलयन में सान्द्र HCL मिलाकर उसे पुन:अवक्षेपित करके यौगिक B का सिलसिलेवार परिक्षण कर पहचान लेते हैं.
यौगिक A
लैब में किसी कार्बनिक यौगिक की पहचान करने के लिए इसका सिलसिलेवार परिक्षण करना पड़ता हैं.सबसे पहले फिजिकल रूप से compound को पहचाना जाता हैं.इसे इस प्रकार लिख जाता हैं:-
फिजिकल स्टेट :-
कलर –स्वेत क्रिस्टलिय
गंध — विशिष्ट गंध
विलेयता –जल में अघुलनशील
ज्वलन परिक्षण–काले धूम्र के साथ जलता हैं( एरोमेटिक यौगिक)ज्वलन परिक्षण के लिए एक ग्लास रॉड पर यौगिक लेकर उसे गर्म करते हैं यदि स्वेत धूम्र के साथ जलता है तो ऐलिफैटिक यदि काले धूम्र के साथ जलता हैं तो एरोमेटिक यौगिक होता हैं.दिया गया compound काले धूम्र के साथ जाता हैं अत:यह एरोमेटिक यौगिक हैं.
तत्वों का परिक्षण :-
दिया गया यौगिक एरोमेटिक हैं अब यह पता करना हैं कि इसमें कोई विषम तत्व हैं या नहीं इसके लिए तत्वों का परिक्षण करते हैं.इसके लिए सोडियम निष्कर्ष बनाके इसके तीन भाग करते हैं.और इन तीन भागों से N,Sऔर हलोजन का परिक्षण करेंगे.
सोडियम निष्कर्ष बनाने क विधि:-
सूखी सोडियम धातु के एक छोटे टुकड़े को कार्बनिक यौगिक के साथ फ्यूजन ट्यूब में 2-3 मिनट के लिए गर्म किया जाता है और लाल गर्म ट्यूब को चाइना डिश में निहित आसुत जल में डुबोया जाता है। चाइना डिश में निहित सामग्री को उबालकर ठंडा करके छान लिया जाता है।इसे ही सोडियम निष्कर्ष कहते हैं. इस सोडियम निष्कर्ष के तीन भाग करते हैं.और इसी के द्वारा N,S और हलोजन का परिक्षण करते हैं.
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
1. | सोडियम निष्कर्ष के एक भाग में ताजा बना FeSO4 विलियन मिलाया फिर इसमें सांद्र H2SO4 के साथ अम्लीकृत किया जाता है। | प्रशिया नीला रंग नहीं आता हैं. | नाइट्रोजन की अनुपस्थित को इंगित करता है। |
2. | सोडियम निष्कर्ष के दुसरे भाग मेंसोडियम नाइट्रोप्रासाइड की कुछ बुँदे मिलाते हैं. | बैंगनी रंग नहीं आया | सल्फर की अनुपस्थिति को दर्शाता है। |
3. | सोडियम निष्कर्ष के तीसरे भाग मे तनु HNO3 मिलाते हैं.और फिर इसमें AgNO3 मिलाते हैं. | सफेद अवक्षेप नहीं आता हैं. | Cl अनुपस्थित हैं. |
दिए गए यौगिक में कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हैं.इसके आगे यह पता करना हैं कि इसमें क्रियात्मक समूह कोनसा हैं.चूँकि यौगिक एरोमेटिक हैं और इसमें कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हैं. इसलिए हम ऐसे क्रियात्मक समूह का टेस्ट लगायेंगे जो एरोमेटिक हो एवं कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हो.
क्रियात्मक समूह का परिक्षण
अवलोकन सारणी
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
1. | यौगिकमें थोडा सान्द्र H2SO4 मिलाते हैं. | अघुलनशील | क्रियात्मक समूह अनुपस्थित हैं. AHC(ARENES)की उपस्थिति को कन्फर्म करता हैं. |
अब हमें यह पता चल गया हैं कि दिया यौगिक में क्रियात्मक समूह उपस्थित नहीं हैं .अत:यह यौगिक ARENESहो सकता हैं.
विशिष्ट परिक्षण:-
अवलोकन सारणी
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
इस प्रयोग के लिए तीन परखनली लेते है एक परखनली में compound और तनु HCl मिलाते है दूसरी परखनली में NaNO2 और जल लेते है तीसरी परखनली में NaOH और अल्फानेफ्थोल लेते है त्तीनो परखनली को मिक्स करते है | डाइज (dyes) बनता है | यह बाई फिनायल की उपस्थिति को कन्फर्म करता हैं. |
अब हम 95% कन्फर्म हो गए हैं कि दिया यौगिक बाई फिनायल हैं.इसे और कन्फर्म करने के लिए इसका मेल्टिंग point निकालते हैं.जो 80.26 °C आता हैं.
यौगिक B
लैब में किसी कार्बनिक यौगिक की पहचान करने के लिए इसका सिलसिलेवार परिक्षण करना पड़ता हैं.इस प्रयोग में बीकर में शेष बचा विलयन यौगिक B हैं इसमें सान्द्र HCl मिलते हैं जिससे विलयन का अवक्षेप बन जाता हैं इसे छान कर इसका सिलसिलेवार परिक्षण करना होता हैं:-
सबसे पहले फिजिकल रूप से compound को पहचाना जाता हैं.इसे इस प्रकार लिखा जाता हैं:-
फिजिकल स्टेट :-
कलर –स्वेत क्रिस्टलिय
गंध — विशिष्ट गंध
विलेयता –जल में अल्प घुलनशील
ज्वलन परिक्षण–काले धूम्र के साथ जलता हैं( एरोमेटिक यौगिक)ज्वलन परिक्षण के लिए एक ग्लास रॉड पर यौगिक लेकर उसे गर्म करते हैं यदि स्वेत धूम्र के साथ जलता है तो ऐलिफैटिक यदि काले धूम्र के साथ जलता हैं तो एरोमेटिक यौगिक होता हैं.दिया गया compound काले धूम्र के साथ जाता हैं अत:यह एरोमेटिक यौगिक हैं.
तत्वों का परिक्षण :-
दिया गया यौगिक एरोमेटिक हैं अब यह पता करना हैं कि इसमें कोई विषम तत्व हैं या नहीं इसके लिए तत्वों का परिक्षण करते हैं.इसके लिए सोडियम निष्कर्ष बनाके इसके तीन भाग करते हैं.और इन तीन भागों से N,Sऔर हलोजन का परिक्षण करेंगे.
सोडियम निष्कर्ष बनाने क विधि:-
सूखी सोडियम धातु के एक छोटे टुकड़े को कार्बनिक यौगिक के साथ फ्यूजन ट्यूब में 2-3 मिनट के लिए गर्म किया जाता है और लाल गर्म ट्यूब को चाइना डिश में निहित आसुत जल में डुबोया जाता है। चाइना डिश में निहित सामग्री को उबालकर ठंडा करके छान लिया जाता है।इसे ही सोडियम निष्कर्ष कहते हैं. इस सोडियम निष्कर्ष के तीन भाग करते हैं.और इसी के द्वारा N,S और हलोजन का परिक्षण करते हैं.
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
1. | सोडियम निष्कर्ष के एक भाग में ताजा बना FeSO4 विलियन मिलाया फिर इसमें सांद्र H2SO4 के साथ अम्लीकृत किया जाता है। | प्रशिया नीला रंग नहीं आता हैं. | नाइट्रोजन की अनुपस्थित को इंगित करता है। |
2. | सोडियम निष्कर्ष के दुसरे भाग में आयरन बेन्जोएटकी कुछ बुँदे मिलाते हैं. | बैंगनी रंग नहीं आया | सल्फर की अनुपस्थिति को दर्शाता है। |
3. | सोडियम निष्कर्ष के तीसरे भाग मे तनु HNO3 मिलाते हैं.और फिर इसमें AgNO3 मिलाते हैं. | सफेद अवक्षेप नहीं आता हैं. | Cl अनुपस्थित हैं. |
दिए गए यौगिक में कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हैं.इसके आगे यह पता करना हैं कि इसमें क्रियात्मक समूह कोनसा हैं.चूँकि यौगिक एरोमेटिक हैं और इसमें कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हैं. इसलिए हम ऐसे क्रियात्मक समूह का टेस्ट लगायेंगे जो एरोमेटिक हो एवं कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हो.
क्रियात्मक समूह का परिक्षण
अवलोकन सारणी
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
1. | दिए गए कार्बनिक मिश्रण को परखनली में लेकर इसमें FeCl3 मिलाया | ब्लू,ग्रीन,रेड,रेडिश ब्राउन | यह फिनोलिक समुह की उपस्थिति को कन्फर्म करता हैं. |
अब हमें यह पता चल गया हैं कि दिया यौगिक में क्रियात्मक समूह फिनोलिक समुहउपस्थित हैं.अत:यह यौगिक बीटा नेफ्थाल हो सकता हैं.
विशिष्ट परिक्षण:-
अवलोकन सारणी
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
पदार्थ के 1 ml गरम जलीय विलियन में 2 ml ब्रोमिन जल व् 1 ml NaOH मिलाया. | पीला रंग आता हैं. | यह बीटा नेफ्थाल की उपस्थिति को कन्फर्म करता हैं. |
अब हम 95% कन्फर्म हो गए हैं कि दिया यौगिक बीटा नेफ्थाल हैं.इसे और कन्फर्म करने के लिए इसका मेल्टिंग point निकालते हैं.जो 122.4 °C आता हैं.
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