दिए गए आर्गेनिक कंपाउंड्स का सिस्टेमेटिक परिक्षण करके आइडेंटिफिकेशन करना-4
दिए गए आर्गेनिक कंपाउंड्स का सिस्टेमेटिक परिक्षण करके आइडेंटिफिकेशन करना-4.यह ब्लॉग बी.एससी.द्वितीय वर्ष के chemistry प्रैक्टिकल से रिलेटेड हैं.यह 6th chemistry प्रैक्टिकल हैं.इस प्रयोग में किसी आर्गेनिक compound को लैब में systematic परिक्षण करके पहचान करते हैं.
दिए गए आर्गेनिक कंपाउंड्स का सिस्टेमेटिक परिक्षण करके आइडेंटिफिकेशन करना-4
लैब में किसी कार्बनिक यौगिक की पहचान करने के लिए इसका सिलसिलेवार परिक्षण करना पड़ता हैं.सबसे पहले फिजिकल रूप से compound को पहचाना जाता हैं.इसे इस प्रकार लिख जाता हैं:-
फिजिकल स्टेट :-
कलर –स्वेत क्रिस्टलिय
गंध — विशिष्ट गंध
विलेयता –जल में अल्प घुलनशील
ज्वलन परिक्षण–काले धूम्र के साथ जलता हैं( एरोमेटिक यौगिक)ज्वलन परिक्षण के लिए एक ग्लास रॉड पर यौगिक लेकर उसे गर्म करते हैं यदि स्वेत धूम्र के साथ जलता है तो ऐलिफैटिक यदि काले धूम्र के साथ जलता हैं तो एरोमेटिक यौगिक होता हैं.दिया गया compound काले धूम्र के साथ जाता हैं अत:यह एरोमेटिक यौगिक हैं.
तत्वों का परिक्षण :-
दिया गया यौगिक एरोमेटिक हैं अब यह पता करना हैं कि इसमें कोई विषम तत्व हैं या नहीं इसके लिए तत्वों का परिक्षण करते हैं.इसके लिए सोडियम निष्कर्ष बनाके इसके तीन भाग करते हैं.और इन तीन भागों से N,Sऔर हलोजन का परिक्षण करेंगे.
सोडियम निष्कर्ष बनाने क विधि:-
सूखी सोडियम धातु के एक छोटे टुकड़े को कार्बनिक यौगिक के साथ फ्यूजन ट्यूब में 2-3 मिनट के लिए गर्म किया जाता है और लाल गर्म ट्यूब को चाइना डिश में निहित आसुत जल में डुबोया जाता है। चाइना डिश में निहित सामग्री को उबालकर ठंडा करके छान लिया जाता है।इसे ही सोडियम निष्कर्ष कहते हैं. इस सोडियम निष्कर्ष के तीन भाग करते हैं.और इसी के द्वारा N,S और हलोजन का परिक्षण करते हैं.
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
1. | सोडियम निष्कर्ष के एक भाग में ताजा बना FeSO4 विलियन मिलाया फिर इसमें सांद्र H2SO4 के साथ अम्लीकृत किया जाता है। | प्रशिया नीला रंग नहीं आता हैं. | नाइट्रोजन की अनुपस्थित को इंगित करता है। |
2. | सोडियम निष्कर्ष के दुसरे भाग मेंसोडियम नाइट्रोप्रासाइड की कुछ बुँदे मिलाते हैं. | बैंगनी रंग नहीं आया | सल्फर की अनुपस्थिति को दर्शाता है। |
3. | सोडियम निष्कर्ष के तीसरे भाग मे तनु HNO3 मिलाते हैं.और फिर इसमें AgNO3 मिलाते हैं. | सफेद अवक्षेप नहीं आता हैं. | Cl अनुपस्थित हैं. |
दिए गए यौगिक में कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हैं.इसके आगे यह पता करना हैं कि इसमें क्रियात्मक समूह कोनसा हैं.चूँकि यौगिक एरोमेटिक हैं और इसमें कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हैं. इसलिए हम ऐसे क्रियात्मक समूह का टेस्ट लगायेंगे जो एरोमेटिक हो एवं कोई भी तत्व उपस्थित नहीं हो.
क्रियात्मक समूह का परिक्षण
अवलोकन सारणी
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
1. | यौगिक के जलीय विलयन में NaHCO3 मिलाया | सनसनाहट,बुदबुदाहट के साथ CO2 गैस निकलती हैं. | यह कार्बोक्सीलीक की उपस्थिति को कन्फर्म करता हैं. -COOH |
अब हमें यह पता चल गया हैं कि दिया यौगिक में क्रियात्मक समूह कार्बोक्सीलीक समूह उपस्थित हैं.अत:यह यौगिक बेन्ज़ोइक अम्लहो सकता हैं.
विशिष्ट परिक्षण:-
अवलोकन सारणी
क्रमांक | प्रयोग | अवलोकन | निष्कर्ष |
पदार्थ के अम्ल के 1 cc उदासीन विलयन में 3-4 बुँदे FeCl3की डाली . | हलके भूरे रंग का(आयरन बेन्जोएट ) अवक्षेप आता हे जो तनु HCl में विलय हैं. | यह बेन्ज़ोइक अम्ल की उपस्थिति को कन्फर्म करता हैं. C6H5COOH |
अब हम 95% कन्फर्म हो गए हैं कि दिया यौगिक बेन्ज़ोइक अम्ल हैं.इसे और कन्फर्म करने के लिए इसका मेल्टिंग point निकालते हैं.जो 122.4 °C आता हैं.
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