Purification/Separation of Compounds by Fractional/Steam Distillation.इस ब्लॉग में बीएससी सेकंड इयर के मेजर II/Minor/Open Elective का केमिस्ट्री प्रैक्टिकल का पार्ट D-(प्रभाजी आसवन/वाष्प आसवन द्वारा यौगिकों का शुद्धिकरण/प्रथक्करण ) वाला प्रयोग मिलेगा।जिसे फाइल में लिखना हैं।
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उद्देश्य(object):-प्रभाजी आसवन द्वारा एसीटोन व वाटर के मिक्सचर से शुद्ध एसीटोन प्राप्त करना।
आवश्यक उपकरण व पदार्थ:-
प्रभाजी आसवन उपकरण,बर्नर,ग्राही,एसीटोन व जल का मिश्रण,तापमापी।
सिद्धांत:-
आसवन में द्रव को वाष्पित करने के बाद condensed किया जाता हैं।2 लिक्विड को आसवन द्वारा सेपरेट करते हैं।कम बोइलिंग पॉइंट वाले लिक्विड की वाष्प पहले प्राप्त होती हैं।
यदि द्रवों के बोइलिंग पॉइंट्स में डिफरेंस कम होता हैं(40°C से कम) तो फ्रैक्शनल डिस्टीलेसन का प्रयोग कर इन्हें सेपरेट किया जाता हैं।पहले द्रव को ग्राही में स्टोर करते हैं।
जब मिश्रण का ताप अधिक होने लगता हैं तो ग्राही से द्रव को निकालकर दूसरा द्रव स्टोर करते हैं।
विधि :-
डायग्राम के अनुसार उपकरण में मिश्रण लिया जाता हैं। ग्राही में वाष्प के कंडेंस्ड (संघनन) से प्राप्त द्रव को स्टोर किया जाता हैं।एसीटोन पहले प्राप्त होता हैं। जैसे ही फ्लास्क का ताप 56°C होने लगता हैं तो ग्राही को हटा लिया जाता हैं।

परिणाम:-
56°C पर प्राप्त प्रभाज शुद्ध एसीटोन हैं।
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