pH Meter Principle: The Key to Accurate pH Measurement Explained 23.यह प्रैक्टिकल नई राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 के अंतर्गत बीएससी फर्स्ट इयर केमिस्ट्री के मेजर Iके सिलेबस में आता हैं, इसके ( (बफर विलियन )] का यह प्रायोगिक कार्य हैं।इसे केमिस्ट्री फाइल में लिखना हैं।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!pH Meter Principle: The Key to Accurate pH Measurement Explained 23
प्रस्तावना: pH मीटर एक महत्वपूर्ण औजार है जो विभिन्न क्षेत्रों में जैसे कि जलवायु विज्ञान, जल संरक्षण, खाद्य प्रसंस्करण, और औद्योगिक प्रक्रियाओं में pH मापन के लिए उपयोग होता है। यह उपकरण हमें विशिष्ट द्रव्य की गुणगत रासायनिक प्रभावना का मापन करने में मदद करता है जिससे समय-समय पर मानव गतिविधियों की निगरानी और नियंत्रण किया जा सकता है।
pH मीटर का सिद्धांत: pH मीटर एक उच्चतम पुनरावलोकन और सटीकता के साथ pH मापन करने की क्षमता प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका सिद्धांत रासायनिक संतुलन के सिद्धांत पर आधारित है, जिसका मुख्य उद्देश्य हाइड्रोनियम और हाइड्रोक्सिड आयों की उपस्थिति के आधार पर द्रव्य की गुणगत रासायनिक प्रभावना को मापना है।
pH Meter Principle: The Key to Accurate pH Measurement Explained 23
यहाँ तक कि एक उदाहरण के रूप में, जब हाइड्रोनियम आयनों की मात्रा वृद्धि करती है, तो प्रदान किए गए संरेखक का संकेत पीएच मीटर के संवर्धित संवेदनशील सेंसर्स के द्वारा मिलता है। यह संवेदनशीलता डिजिटल यूनिट में परिणामित होती है जो उपयोगकर्ता को वांछित मान प्रदान करता है जिससे वे द्रव्य की वर्तमान रासायनिकता को समझ सकते हैं।
पीएच मीटर के उपयोग: पीएच मीटर विभिन्न उद्योगों में व्यापक रूप से प्रयुक्त होते हैं, जैसे कि जलवायु विज्ञान में जल की गुणवत्ता का मापन, खाद्य प्रसंस्करण में प्रोसेसिंग माध्यमों की pH मापन, और औद्योगिक प्रक्रियाओं में रिएक्शनों की निगरानी के लिए।
समापन: पीएच मीटर एक महत्वपूर्ण औजार है जो विभिन्न क्षेत्रों में सटीक pH मापन की सुविधा प्रदान करता है। इसका सिद्धांत रासायनिक संतुलन पर आधारित होता है जो द्रव्यों की रासायनिक प्रभावना को मापने में मदद करता है। चाहे यह खाद्य उद्योग हो, औद्योगिक प्रक्रियाएँ हो, या वैज्ञानिक अनुसंधान हो, pH मीटर ने सटीकता और प्रभावी मापन के साथ आवश्यक जानकारी प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उद्देश्य :-pH मीटर द्वारा दिए गए शैम्पू व साबुन के विलियनों के pH मान ज्ञात करना ।
आवश्यक उपकरण व पदार्थ:-
pH मीटर,आसुत जल,शैम्पू,साबुन,टिश्यू पेपर,बीकर,pH 4,7 व 9.2 मान वाले बफ़र विलयन ,तापमापी ।
सिद्धांत :-
pH मानों से विलयनों की अम्लीय या क्षारीय प्रकृति को व्यक्त करते हैं ।pH मान का परास 1-14 होता हैं।pH 7, 7 से कम व 7 से अधिक मान वाले विलयन क्रमशः उदासीन,अम्लीय व क्षारीय होते हैं।शैम्पू की प्रकृति सिट्रिक एसिड की उपस्थिति के कारण अम्लीय होती हैं जबकि सोप स्ट्रोंग क्षारों की क्रिया से बनने के कारण क्षारीय होते हैं।
pH मीटर एक उपकरण हैं जो विलयन में विभव मापन कर उसे ph मान में चेंज कर देता हैं।इसमें एक ग्लास इलेक्ट्रोड होता हैं जो विलयन में उपस्थित हाइड्रोजन आयनों के प्रति संवेदनशील होता हैं।सटीक pH वैल्यू के लिए ज्ञात pH वैल्यू वाले बफर विलयनो से pHमीटर को अन्शाकित किया जाता हैं।
विधि (procedure):-
सबसे पहले स्विच को चालू करके ph मीटर को 5 -10 मिनट तक गर्म होने देते हैं।
डिस्टिल्ड वाटर से ग्लास इलेक्ट्रोड को धोकर टिश्यू पेपर से साफ़ करते हैं ।
बफर विलयन के ताप को तापमापी से मापकर इस ताप को ph मीटर पर सेट कर देते हैं।
इलेक्ट्रोड के मानकीकरण के लिए 7 pH वाले बफर विलयन में डालते हैं व अन्शाकन नोब द्वारा pH मान 7 सेट कर दिया।
ग्लास इलेक्ट्रोड को निकालकर आसुत जल से धोया व टिश्यू पेपर से साफ़ किया।
अब ग्लास इलेक्ट्रोड़ को pH वाले बफर में डाला व pH मान pH नोब द्वारा समायोजित करते हैं।पुन: यह प्रयोग pH 7 वाले बफर विलयन के साथ दोहराया।स्थिर प्रेक्षण आने तक प्रक्रियाएं रिपीट करते हैं ।
यही प्रोसेस pH9.2 वाले विलयन के साथ रिपीट करते हैं।
अब ग्लास इलेक्ट्रोड द्वारा शैम्पू व साबुन के विलयन के pH मान ज्ञात कर पेक्षण नोट करते हैं।
प्रेक्षण(observation):-

परिणाम(Result) :-
दिए गए शैम्पू व साबुन के pH मान क्रमशः 5.24 व 9.75 प्राप्त हुए। अत: शैम्पू अम्लीय व साबुन क्षारीय प्रकृति रखते हैं।