LS Yugman Kya Hain? Useful 23

LS Yugman Kya Hain?|यहाँ पर बीएससी फाइनल इयर जो कुछ दिनों में होने वाला हैं उसके इम्पोर्टेन्ट क्वेश्चन मिलेंगे |इस  ब्लॉग  बीएससी फाइनल के अकार्बनिक रसायन यानि सेकंड पेपर का III यूनिट का प्रश्न का उत्तर मिलेगा|

LS Yugman Kya Hain?

किसी एक से अधिक इलेक्ट्रॉन युक्त तंत्र में चक्रण क्वाण्टम संख्या के स्थान पर परिणामी चक्रण क्वाण्टम संख्या (S) तथा दिगंशीय क्वाण्टम संख्या के स्थान पर परिणामी कक्षक कोणीय संवेग क्वाण्टम संख्या (क) का प्रयोग किया जाता है। चुम्बकीय प्रभाव में L तथा S परस्पर अन्योन्य क्रिया करते हैं। इस अन्योन्य क्रिया को L-S युग्मन या रसेल-सोन्डरस ( Russel – Saunders) युग्मन कहते हैं ।

LS Yugman योजना के आधार पर मुक्त परमाणुओं या आयनों के मूल अवस्था पद का निर्धारण कि जा सकता है। जो निम्नानुसार है-

(i) सभी इलेक्ट्रॉनों के 7-वेक्टर (1 = दिगंशीय क्वाण्टम संख्या) स्थिर वैद्युतीय रूप से युग्मन का परिणामी कक्षक कोणीय संवेग क्वाण्टम संख्या L देते हैं। इस L के विभिन्न मान मुक्त परमाणु या आयन अवस्था को पूर्णतः परिभाषित करते हैं। L का मान पूर्णांक में होता है, जिसमें शून्य भी सम्मिलित है अर्थात्।

L = 0, 1, 2, 3आदि। L के विभिन्न मानों को कैपिटल लेटर द्वारा निम्नानुसार व्यक्त किया जाता है।’

L=012345
Capital letter=SPDFGH

L का मान किसी भी पूर्ण भरे हुए s, p, d कक्षकों के लिए शून्य होता है। किसी dn विन्यास के लिये।

के मानों को सारिणी में दिया गया है। यहाँ, d कक्षकों के लिये 1 = 2 तथा m = + 2, + 1, 0, -1, -2 होता है।

LS युग्मन क्या है ?मुक्त परमाणुओं या आयनों के मूल अवस्था पद
LS युग्मन क्या है ?मुक्त परमाणुओं या आयनों के मूल अवस्था पद

(ii) इसी प्रकार सभी S-वेक्टर ( S = चक्रण कोणीय संवेग क्वाण्टम संख्या) संयुक्त होकर परिणाम चक्रण कोणीय संवेग क्वाण्टम संख्या, S देते हैं।S का मान पूर्णांक या अर्द्ध पूर्णांक में होता है। S हमेशा अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की संख्या का आधा होता है। किसी भी इलेक्ट्रॉनों से पूर्ण रूप से भरे कक्षकों के लिए S का मान शून्य होत है। (2S + 1) मात्रा को L – अवस्थाओं की बहुलता कहते हैं।

(iii) अन्त में L तथा S वेक्टर परस्पर युग्मन करके परिणामी वेक्टर J देते हैं। जिसे परमाणु का परिणाम आन्तरिक क्वाण्टम संख्या या सम्पूर्ण कोणीय संवेग क्वाण्टम संख्या कहते हैं। L – S युग्मन प्रक्रिया को निम्नानुसार व्यक्त किया जाता है-

(s1  +   s2    +    s3+……)+ (l1     +l2 +      l3+……)=S+L=J

S तथा J के विभिन्न मानों को सारिणी में प्रदर्शित किया गया है।

LS Yugman
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