Himanshu Vishwal 2023 Royal Society of Chemistry (FRSC) Fellow Useful

Himanshu Vishwal 2023 Royal Society of Chemistry (FRSC) Fellow.भुवनेश्वर में रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री के एक सदस्य हैं हिमांशु बिस्वाल। वह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (NISER) के स्कूल ऑफ केमिकल साइंसेज में एक एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उन्होंने 2023 में रॉयल सोसाइटी ऑफ केमिस्ट्री (FRSC) का फेलो प्राप्त किया है, जो केमिकल साइंस के एक वैज्ञानिक और शिक्षक के लिए एक वैश्विक सम्मान है।
Himanshu Vishwal 2023 Royal Society of Chemistry (FRSC) Fellow.
By Kumar Santosh

@FRSC का मतलब क्या हैं?
FRSC का मतलब है **Federal Road Safety Corps**¹²⁴। यह नाइजीरिया की सरकारी एजेंसी है, जिसका कार्य सड़क सुरक्षा प्रशासन है। FRSC का मतलब और भी हो सकता है:-

जैसे **Fellow of the Royal Society of Chemistry** या **Fellow of the Royal Society of Canada**।
@पेप्टाइड्स का सॉल्वैंशन
पेप्टाइड्स का सॉल्वैंशन उनके विलयन की प्रक्रिया है, जिसमें वे किसी विलायक में घुलते हैं। पेप्टाइड्स का सॉल्वैंशन उनके संरचना, संबंध, गुणों और कार्यों को प्रभावित करता है। पेप्टाइड्स का सॉल्वैंशन करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं:

Himanshu Vishwal 2023 Royal Society of Chemistry (FRSC) Fellow.
@आभासी प्रयोगशाला प्रयोग(ViLEG)क्या हैं ?
आभासी प्रयोगशाला प्रयोग वे हैं, जिनमें विद्यार्थी इंटरनेट और दृश्य सहायताओं का उपयोग करके विज्ञान के प्रयोग कर सकते हैं, बिना उनके पास उपकरण हों। आभासी प्रयोगशाला प्रयोग करने के कुछ लाभ हैं:

- **सुरक्षा:** आभासी प्रयोगशाला प्रयोग में कोई जोखिम नहीं होता है, क्योंकि कोई वास्तविक रसायन, उपकरण, या स्रोत का प्रयोग नहीं होता है।
- **सुलुभता:** आभासी प्रयोगशाला प्रयोग किसी भी समय, किसी भी स्थान, और किसी भी डिवाइस पर किए जा सकते हैं।
- **समावेश:** आभासी प्रयोगशाला प्रयोग समस्त विद्यार्थियों के लिए समान मौके प्रदान करते हैं, चाहे वे कहीं से भी हों, कितने ही संसाधन हों, और किसी भी प्रकार की सीमा हो।
- **पुनरुपेक्षा:** आभासी प्रयोगशाला प्रयोग में विद्यार्थी प्रतिक्रिया, सुझाव, मूल्यांकन, और मुल्य-सम्मिलन प्राप्त कर सकते हैं।
- **प्रतिकल्पना:** आभासी प्रयोगशाला प्रयोग में विद्यार्थी मौलिकता, समस्या-सुल्झने, सह-सृजन, और मेटा-सोहन कौसल का परिचलन कर सकते हैं।
Himanshu Vishwal 2023 Royal Society of Chemistry (FRSC) Fellow.
@हिमांशु बिस्वाल का कहा रहते हैं ?
जाजपुर जिले के बाड़ी प्रखंड के रंपा गांव में रहते हैं |

@हिमांशु बिस्वाल ने अपना एजुकेशन कहा से किया हैं ?
Himanshu Biswal ने अपना एजुकेशन निम्नलिखित संस्थानों से किया है:
– **BSc. (1997-2000)** with Chemistry Hons. from **Bhadrak College, Bhadrak, India**
– **MSc. (2000 – 2002)** with Organic Chemistry Specialization from **Utkal University, Vanivihar, Bhubaneswar, India**
– **Ph.D. (2003-2009)** with Prof. Sanjay Wategaonkar, **Tata Institute of Fundamental Research (TIFR), Mumbai, India**
– **Post Doctoral Associate: (2009 – 2011)** with Prof. Michel Mons, **Commissariat à l´Énergie Atomique (CEA), Saclay, France**
– **Post Doctoral Associate: (2011 – 2012)** with Prof. Jennifer Ogilvie, **University of Michigan (UoM), Michigan, USA**
Himanshu Vishwal 2023 Royal Society of Chemistry (FRSC) Fellow.
@टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च क्या हैं ?
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) एक सार्वजनिक deemed University है, जो मुंबई, भारत में स्थित है। यह भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के छतरी के अंतर्गत काम करता है। यह 1945 में डॉ. होमी भाभा के दृष्टिकोण के अनुसार सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के सहयोग से स्थापित किया गया था।
TIFR में मुख्यत: प्राकृतिक विज्ञान, गणित, जीव-विज्ञान, और सिद्धांतिक कंप्यूटर विज्ञान में मौलिक अनुसंधान किया जाता है।TIFR का मुख्य परिसर मुंबई में है, साथ ही पुणे, बेंगलुरु, और हैदराबाद में केंद्र हैं।
@सुपरसोनिक जेट स्पेक्ट्रोस्कोपी क्या हैं ?इसका उपयोग कैसे करते हैं ?
सुपरसोनिक जेट स्पेक्ट्रोस्कोपी एक विधि है, जिसका उपयोग बहुत ठंडे गैस अवस्था के अणुओं का अध्ययन करने के लिए किया जाता है, बिना क्रायोजेनिक उपकरण के।
सुपरसोनिक जेट स्पेक्ट्रोस्कोपी में, मोलेकुलों का एक संकुचित स्रोत से प्रवाह होता है, जो उन्हें सुपरसोनिक (ध्वनि की चाल से तेज) गति पर पहुंचाता है।मोलेकुलों का प्रवाह समानांतर स्थिर प्रवाह में प्रवेश करता है, जहां मोलेकुलों के बीच की संघर्षण-संपर्क कम होता है।
@पेप्टाइड की अम्लीयता:
पेप्टाइड की अम्लीयता (pI) उस pH को दर्शाती है, जिस पर पेप्टाइड का कुल नेट आवेश शून्य होता है। pI के पास पेप्टाइड सबसे कम सुलुभ होते हैं, क्योंकि उनके समकक्षी प्रतिकूल आवेशों के कारण वे एक-दूसरे से खींचे जाते हैं। pI से दूर पेप्टाइड सुलुभ होते हैं, क्योंकि उनके समरूप प्रतिकूल आवेशों के कारण वे एक-दूसरे से छिपकते हैं।
पेप्टाइड की हाइड्रोफोबिकता: पेप्टाइड में हाइड्रोफोबिक (पानी से घृणा) अमीनो-समूहों की मात्रा पेप्टाइड की सुलुभता पर प्रतिक्रिया करती है। हाइड्रोफोबिक पेप्टाइड पानी में सुलुभ नहीं होते हैं।
@लेजर स्पेक्ट्रोस्कोपी, सल्फर/सेलेनियम/कार्बन सेंटर हाइड्रोजन बॉन्ड का उपयोग
लेजर स्पेक्ट्रोस्कोपी एक प्रयोगशाला विधि है, जिसका उपयोग अलग-अलग तरह के मोलेक्यूलों के संरचना और गुणों का पता लगाने के लिए किया जाता है। इसमें लेजर की रोशनी का प्रयोग किया जाता है, जो मोलेक्यूलों को उत्तेजित करती है और उनसे प्रतिबिंबित होकर स्पेक्ट्रम पैदा करती है।
स्पेक्ट्रम के माध्यम से मोलेक्यूलों के आकार, संरचना, संबंध, समतुल्यता, परिवर्तनीयता, संक्रमण, प्रतिक्रियाशीलता आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
सल्फर/सेलेनियम/कार्बन सेंटर हाइड्रोजन बॉन्ड (S/SeCHBs) वे हाइड्रोजन बॉन्ड हैं, जिनमें सल्फर, सेलेनियम या कार्बन के पास स्थित हाइड्रोजन परमाणु किसी दूसरे परमाणु से संलग्न होता है। S/SeCHBs का उपयोग मोलेक्यूलर संसाधनों, संरचनात्मक जीव-रसायन, और कार्यात्मक सामग्रियों में होता है।
@NISER क्या होता हैं ?
NISER का मतलब है **राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान**। यह एक स्वायत्त प्रमुख सार्वजनिक अनुसंधान संस्थान है, जो भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग के छतरी के अंतर्गत काम करता है।यह 2006 में भुवनेश्वर, ओडिशा, भारत में स्थापित किया गया था।
यह होमी भाभा राष्ट्रीय संस्थान (HBNI) का एक संघटक संस्थान है। NISER में मुख्यत: प्राकृतिक विज्ञान, गणित, जीव-विज्ञान, मानविकी, समाज-शास्त्र, और सिद्धांतिक कंप्यूटर विज्ञान में मौलिक अनुसंधान के साथ-साथ पोस्ट-ग्रेजुएशन (M.Sc.) और पी.एच.डी. (Ph.D.) के प्रोग्राम प्रदान किए जाते हैं।
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