Aromaticity in hindi C6H6 Right Now
Aromaticity in hindi.ऐरोमैटिकता का ऐरोमैटिक गुण से मतलब होता है ,जिसमे यौगिक के चक्रीय, प्लेनरऔरअनुनाद की स्टडी की जाती है.ऐरोमैटिकता यौगिक की केमिकल प्रॉपर्टी से रिलेटेड होता है. aromaticity
Aromaticity in Hindi
प्रस्तावना(Introduction):aromaticity definition in hindi
ऐरोमैटिकता को समझने से पहले हमें यह पता होना चाहिए की कार्बनिक यौगिक क्या है ? और कितने प्रकार के होते हैI उदाहरण के लिए बेंजीन, यूरिया,ऐसिटेमाइड, नाइट्रोबेंजीन आदि हैI
इनमे मुख्य परमाणु हाइड्रोजन और कार्बन होते हैIऔर इनमे से कुछ चक्रीय और कुछ खुली श्रंखला होते हैIwhat does planar mean in organic chemistry
जिन्हें हम एलिफैटिक ,एरोमेटिकऔर ऐलीचक्रीयके नाम से जानते हैI इनमे से हम ऐरोमैटिकता क्या है की बात करेंगे जिसमे बेंजीन रिंग होती है और यह चक्रीय होता है.
शुरुआत में जब ऐरोमैटिकता की ख़ोज हुई थी तब इसे सुगंध से रिलेटेड करते थे.क्योंकि Aroma का मतलब खुशबु यानि ऐसे एरोमेटिक यौगिक क्या है जो खुशबु देते है वो कार्बनिक यौगिक कहलाते है, ऐसा माना जाता था.
what is aromatic compound in hindi
लेकिन बाद में कई कार्बनिक यौगिक की ख़ोज हुई जिनमे दुर्गन्ध होती थीIअत: ऐरोमैटिकता, aromaticity kya hai की केमिकल प्रॉपर्टीज होती है न की उसमे खुशबू होती है इसलिए एरोमेटिक है.
यह योगिक चक्रीय और समतल होते और इनमे अनुनाद होता है,जिसके कारण इसकी स्थायित्व बढ़ जाता है.
और यह आसानी से रिएक्शन नहीं करता हैIतो चलिए ऐरोमैटिकता क्या ? और क्या इसकी शर्ते है? इसको विस्तार से समझते हैIaromaticity rules organic chemistry
नियम और शर्ते : what is aromaticity in hindi
ऐरोमैटिकता aromaticity meaning in hindi को समझने के लिए कुछ नियम और शर्ते अत्यंत आवश्यक होती है इनमे से तीन शर्ते महत्वपूर्ण है,जो इस प्रकार से है .
- प्लेनर
- हकल नियम का पालन
- pi electrono का पूर्णत: विस्थानिकरण
प्लेनर:-
एरोमेटिक यौगिक होने के लिए यौगिक,प्लेनर होना चाहिए मतलब इसमें sp2 संकरण होना चाहिए. aromatic compounds in hindi
नोट : (यदि यौगिक प्लेनर है तो यह पक्का है की वो sp2 संकरण प्रदर्शित करेंगा,लेकिन यदि यौगिक में sp2 संकरण होगा तो जरुरी नहीं है की वह प्लेनर होगाI) aromatic compounds hindi
इस डायग्राम में बेंजीन में sp2 संकरण प्रदर्शित है.बेंजीन में sp2 संकरण कैसे होता है यह बेंजीन की सरचना टॉपिक पर विस्तार से बतांयेंगेI
example :बेंजीन,नेफ़थलीन,एंथ्रासीन etc. ये सभी planner हैIइनके each कार्बन एटम पर sp2 संकरण होता हैI एरोमेटिक के उदाहरण
एरोमेटिक का क्या है
हकल नियम का पालन:- हकल का नियम इन हिंदी
यह दूसरा महत्वपूर्ण नियम है I इस नियम के अनुसार एरोमेटिक होने के लिये हकल का रूल (4n+2)π electrons का पालन होना चाहिए Iजिसमे n=0,1,2,3,……है Iइसका मतलब यह है की एरोमेटिक होने के लिए यौगिक के पास इस फोर्मुले के अनुसार pi इलेक्ट्रान होना चाहिए I
जैसे की यदि n=1 होतो हकल का रूल (4n+2)π electrons के अनुसार :-
4*1+2=6 pi इलेक्ट्रान
example : बेंजीन (C6H6) में कुल 6 pi इलेक्ट्रान है I
यदि n=2, 4*2+2=10. (नेफ़थलीन)
n=3, 4*3+2=14. (एंथ्रासीन)
यदि n =0 होतो 4*0+2=2 pi (साइक्लोप्रोपेनाइल धनायन)
pi electrono का पूर्णत: विस्थानिकरण:-
तीसरा महत्वपूर्ण नियम रिंग में pi electrono का पूर्णत: विस्थानिकरण होना चाहिए I
huckel rule of aromaticity in hindi
ट्रोपोलियम केटायन(सायक्लो हेप्टा ट्राई इनाइल केटायन)
यह ट्रोपोलियम केटायन है और यह एरोमेटिक की तीनो शर्तों पूरा करता है I पहली शर्त यह प्लनेर है,इसमें प्रत्येक कार्बन परमाणु पर sp2 संकरण है I दूसरी शर्त हकल का रूल (4n+2)π electrons का पालन करता है क्योंकि इसमें फोर्मुले के अनुसार 6 pi इलेक्ट्रान है I तीसरी शर्त pi electrono का पूर्णत: विस्थानिकरण होता है इसे अनुनाद के द्वारा इस तरह समझ सकते है I
इस डायग्राम को देखकर आपको समझ आ रहा होगा.यह अनुनाद सरंचना है. जिसमे पहले वाला अनुनाद सरंचना ट्रोपोलियम केटायन की है.जिसमे + आवेश pi इलेक्ट्रान को आकर्षित करते है.और + से बंध और बंध से + का निर्माण हो रहा है,यह एरोमेटिक है.
इसमें 6 pi इलेक्ट्रान है I दूसरा उदाहरण ट्रोपोलियम एनायन का है I जिसमे 8pi इलेक्ट्रान है इसमें भी अनुनाद हो रहा है I यह aromatic yogik नहीं है. I यह एंटी एरोमेटिक है I
इन दोनों उदाहरण में अनुनाद एक सामान दिख रहा है.पहले वाले अनुनाद में + से बंध एयर बंध से धन बन रहा है I लेकिन दुसरे अनुनाद में – से बंध और बंध से – बन रहा है.organic chemistry aromatic compounds
antiaromaticity in hindi
सायक्लो आक्टा टेट्रा ईन
यह एरोमेटिक नहीं है,क्योंकि यह हकल नियम का पालन नहीं करता है ,क्योंकि इसमें 8 pi इलेक्ट्रान होते है.यह सायक्लो आक्टा टेट्रा ईन में sp2 संकरण है,लेकिन यह planner नहीं है. इसका आकार टब के आकार का होता है.इस प्रकार :-
विषम चक्रीय यौगिक:-
Aromaticity in Hindi
विषम चक्रीय यौगिक भी एरोमेटिक गुण दर्शाते है.
किसी कार्बनिक यौगिक का एरोमेटिक होने के लिए जो शर्ते होती हैं उसे एरोमेटिक गुण के नाम से जाना जाता हैं.इसे Aromaticity भी कहते हैं.
किसी कार्बनिक यौगिक को एरोमेटिक होने के लिए निम्लिखित तीन शर्ते आवश्यक होती हैं:-
- planner
- हकल नियम का पालन
- कम्पलीट डीलोकेलाईजेसन
planner:-
एरोमेटिक होने की पहली शर्त यह हैं की कार्बनिक यौगिक planner होना चाहिए यानि इसमें SP2 संकरण होना जरुरी हैं.
(नोट:-यदि कोई कार्बनिक यौगिक planner हैं तो यौगिक sp2 संकरण ही प्रदर्शित करेगा यह जरुरी हैं लेकिन यदि कोई कार्बनिक यौगिक sp2 संकरण प्रदर्शित करता है तो यह जरुरी नहीं कि यौगिक planner होगा.
उधाहरण के लिए Cyclo Octa Tetra Ene में sp2 संकरण होता हैं लेकिन वह planner नहीं होता हैं,वह टब शेप्ड होता हैं.)
बेंजीन के सभी कार्बन पर SP2 संकरण हैं.sp2 संकरण को पहचानने का तरीका यह हैं कि जब 2 सिग्मा बांड होते हैं तो SP संकरण 3 सिग्मा तो SP2 और 4 सिग्मा मतलब sp3 संकरण होता हैं.
बेंजीन के हर कार्बन से 3 सिग्मा बांड SP2 संकरण को प्रदर्शित करता हैं.
हकल नियम का पालन:-
एरोमेटिक होने की दूसरी शर्त यह हैं की कार्बनिक यौगिक को हकल के नियम का पालन करना चाहिए.
4n + 2 pi इलेक्ट्रान :-
यह हकल का नियम का फार्मूला हैं.एरोमेटिक होने के लिए इस फार्मूला के अनुसार कार्बनिक यौगिक में pi इलेक्ट्रान होना चाहिए.
यहाँ n= 0,1,2,3…..होता हैं ,यदि n = 1
4 n+ 2
4 * 1 +2 = 6 pi इलेक्ट्रान ,बेंजीन में 6 pi इलेक्ट्रान होता हैं. सभी एरोमेटिक compound में इस फोर्मुले के अनुसार pi इलेक्ट्रान होते हैं.
कम्पलीट डीलोकेलाईजेसन
एरोमेटिक होने की तीसरी शर्त यह हैं की कार्बनिक यौगिक pi इलेक्ट्रान का रिंग के अन्दर कम्पलीट डीलोकेलाईजेसन होना चाहिए मतलब सारे कार्बन पर pi इलेक्ट्रान स्प्रेड आउट या घूमता रहना चाहिए.
एरोमेटिक यौगिक में प्रतिस्थापन नाभिकस्नेही,इलेक्ट्रान स्नेही या फ़्री रेडिकल के द्वारा होता हैं.
एरोमेटिक रिंग के ऊपर और नीचे पाइ इलेक्ट्रान बादल होता हैं.ये पाइ इलेक्ट्रान सिग्मा इलेक्ट्रान की तुलना में हलके फुल्के लगे रहते हैं.
और एल्क्ट्रोफाइल के लिए उपलब्ध रहते हैं.इस ब्लॉग में केवल एलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन के बारे में चर्चा होगी.
Aromaticity in Hindi
Electrophilic Aromatic Substitution Mechanism
ऐरेनियम आयन मैकेनिज्म
एरोमेटिक एलेक्ट्रोफिलिक प्रतिस्थापन की मैकेनिज्म द्वि आणविक होती हैं.और इसमें ऐरेनियम आयन मध्यवर्ती के रूप में इन्वाल्व होता हैं.कभी-कभी इस क्रियाविधि को SE2 क्रियाविधि कहा जाता है, क्योंकि यह द्वि-आणविक है.
इस क्रियाविधि में सबसे पहले पद में इलेक्ट्रान स्नेही सब्सट्रेटपर आक्रमण करता हैं,और कार्बोकेटायन देता हैं.
इस कार्बोकेटायन को ऐरेनियम आयन या व्हीलैंड मध्यवर्ती या σ काम्प्लेक्स या बेन्ज़ेनोनियम आयन या साईक्लोहेक्साडाईनाइल केटायन कहा जाता हैं.
आक्रमणकारी इलेक्ट्रान स्नेही पॉजिटिव आयन होता हैं.ऐरेनियम आयन अनुनाद के द्वारा स्थायित्व ग्रहण करते हैं.
लेकिन एरोमेटिसिटी के लॉस होने के कारण इनकी अनुनाद उर्जा ,पैरेंट एरोमेटिक सिस्टम से कम होती हैं.
इस प्रकार से ऐरेनियम आयन प्रोटोन को लूस करके अधिक स्थायी एरोमेटिक स्टेट में बादल जाते हैं.रिएक्शन मिश्रण में उपस्थित क्षार प्रोटान को रिमूव करने में हेल्प करता हैं.
दोस्तों आज हमने देखा ऐरोमैटिकता क्या होती है ?इसकी क्या शर्ते है?ऐरोमैटिकता एरोमेटिक यौगिक का केमिकल गुण होता है.जिसके लिए तीन अत्यंत आवश्यक शर्ते होती है.
और कुछ इसके महत्वपूर्ण उदाहरन है .जिसमे अनुनाद भी देखा जी यौगिक के स्थायित्व को बढ़ाते है.
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